नई दिल्ली। स्पेशल सेल के जांबाज इंस्पेक्टर बद्रीश दत्त सेल में एक हस्ती थे। फोन इंटरसेप्शन में माहिर, खुशमिजाज व मेधावी रहे बद्रीश ने गीता शर्मा से प्यार के चक्कर में पड़कर जिस तरह का कदम उठाया उससे पुलिस महकमा स्तब्ध है। पुलिस अधिकारियों का कहना है उन्होंने ऐसा क्यों किया यह समझ में नहीं आ रहा है।
स्पेशल सेल के एक वरिष्ठ आला अधिकारी की मानें तो इस कदम से बद्रीश और गीता दोनों के परिवार पर असर पड़ेगा। मूलरूप से मुंबई की रहने वाली तलाकशुदा गीता का बेटा सिंगापुर में पढ़ाई कर रहा है। बद्रीश का भी तलाक का केस चल रहा था। उनकी पत्नी आठ साल की बेटी के साथ फरीदाबाद में रहती हैं। पिछले एक साल से नजदीकी ज्यादा होने से वे लिव-इन-रिलेशन में रहने लगे। गीता उनकी कमजोरी बन चुकी थी।
सेल के सूत्रों की मानें तो इस वजह से पिछले साल भर से बद्रीश कई बार तनाव में भी दिखे और इसका असर उनके कामकाज पर भी दिखा। माना तो यह भी जा रहा है कि गीता की जासूसी एजेंसी बद्रीश की बदौलत ही चल रही थी। वह उसे काफी मदद कर रहे थे। सूत्रों की मानें तो बद्रीश मोबाइल कॉल डिटेल रिकार्ड भी निकाल कर देते थे। दो महीने पहले बद्रीश की पत्नी ने पुलिस मुख्यालय में उनके खिलाफ शिकायत की थी। आला अधिकारी ने जांच के भी आदेश दिए थे। यह जांच आगे नहीं बढ़ पाई थी। यह बात सामने आई थी कि बद्रीश के संबंध एक विदेशी युवती से भी थे।
एक महीने पहले जब अपराध शाखा गीता के खिलाफ फर्जीवाड़ा का केस दर्ज कर उसे गिरफ्तार करने गुड़गांव के आरडी सिटी स्थित उसके घर पहुंची तब ब्रदीश वहां सोए मिले थे। इससे अधिकारी भी चौंक गए थे। उन्हें अपराध शाखा के कार्यालय में बुलाकर घंटों पूछताछ की गई थी। जांच में पता चला कि गीता गृहमंत्रालय के फर्जी दस्तावेज पर कॉल डिटेल निकालने की कोशिश करती थी। इसमें बद्रीश सहयोग करते थे।
अपराध शाखा उन्हें गिरफ्तार करने की सोच रही थी, लेकिन गहरी पैठ से वह बच निकले। अपराध शाखा ने गीता व बद्रीश के खिलाफ पुलिस कमिश्नर नीरज कुमार को लिखित रिपोर्ट भी सौंपी है। उसमें क्या कहा गया है इसे गोपनीय रखा गया है। बद्रीश के साथी इंस्पेक्टर का कहना है कि बद्रीश मेधावी थे। वह फर्राटेदार अमेरिकन स्टाइल में अंग्रेजी बोलते थे।