1-एक निर्वाचित सरकार रहते हुए पहली बार दूसरी सरकार चुनी जा रही है। पाकिस्तान के इतिहास में इससे पहले ऐसा कभी नहीं हुआ। कोई निर्वाचित सरकार अब तक अपना कार्यकाल पूरा नहीं कर सकी थी।
2-66 साल के इतिहास में पाकिस्तान में 23 प्रधानमंत्री बने।
3-23 में से 7 कार्यवाहक प्रधानमंत्री रहे। नवाज शरीफ 3 बार प्रधानमंत्री बने जबकि बेनजीर भुट्टो ने 2 बार गद्दी संभाली।
4-पाकिस्तान की नेशनल एसेंबली में 342 सीटें हैं और किसी पार्टी को सरकार बनाने के लिए 172 सीटों की जरूरत है।
5-पाकिस्तान में करीब नौ करोड़ मतदाता हैं जिनमें से करीब चार करोड़ मतदाता पहली बार वोटर बने हैं।
6-इस चुनाव में 4670 उम्मीदवार मैदान में हैं जिनमें से 161 महिलाएं हैं। पहली बार दो महिलाएं तालिबान के गढ़ माने जाने वाले कबीलाई इलाके में भी चुनाव लड़ रही हैं।
7-70 हजार मतदान केंद्रों में से 28 हजार बूथ केवल महिलाओं के लिए बनाए गए हैं।
पाकिस्तान चुनाव में ये हैं 3 मुख्य किरदार
1-नवाज शरीफः पाकिस्तान मुस्लिम लीग (एन) के मुखिया और विपक्ष के नेता।
1999 में जनरल परवेज मुशर्रफ ने तख्ता पलट कर उन्हें सत्ता से बेदखल कर दिया था।
2-इमरान खानः पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ पार्टी के नेता और सेलिब्रिटी पूर्व क्रिकेटर। पाकिस्तान के युवाओं और मिडिल क्लास के बीच काफी लोकप्रिय।
अमेरिका की पाकिस्तान नीति के धुर विरोधी।
3-आसिफ अली जरदारीः पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी के नेता और राष्ट्रपति।
बेनजीर भुट्टो की हत्या के बाद सहानुभूति के चलते पिछले चुनाव में जीत मिली थी।
तमाम विवादों और संकटों के बीच गठबंधन सरकार अपना कार्यकाल पूरा करने में कामयाब हुई।