दिल्ली डेयरडेविल्स की टीम आईपीएल-6 में शुक्रवार को घरेलू मैदान पर अपना आखिरी मैच खेलेगी। इस सत्र में जिन-जिन टीमों ने अपने घरेलू मैदान पर अच्छा प्रदर्शन किया वह अभी भी अंतिम चार की दौड़ में बने हुए हैं। दिल्ली ने भी यदि घरेलू माहौल का फायदा उठाया होता तो आज कहानी कुछ और होती, बेंगलूर के खिलाफ होने वाले इस मैच में उसके ऊपर भी दांव लगाने वालों की कमी नहीं होती। मैंने पहले भी कहा है और आज भी कहूंगा कि दिल्ली की यह हालत इसलिए हुई क्योंकि उसके बल्लेबाज फ्लॉप हुए। गेंदबाजों को मैं दोष नहीं दूंगा। टी-20 मुकाबले में बोर्ड पर कुछ रन टंगेंगे तभी वह उनका बचाव कर सकते हैं, वरना उनके हाथ में कुछ नहीं।
अंकतालिका पर नजर डालें तो दिल्ली और बेंगलूर की टीमों में लगभग जमीन-आसमान का अंतर हैं। आरसीबी ऊपर से चौथे, जबकि दिल्ली नीचे से दूसरे स्थान पर है। इन सबके बावजूद मुझे उम्मीद है कि फिरोजशाह कोटला का मैदान डेयरडेविल्स के समर्थकों से खचाखच भरा रहेगा। आरसीबी की कप्तानी कर रहे विराट कोहली भी खुद दिल्ली से हैं, ऐसे में थोड़ा बहुत समर्थन उन्हें भी जरूर मिलेगा।
इस टूर्नामेंट में ऑरेंज कैप को लेकर आरसीबी के कैरेबियाई खिलाड़ी क्रिस गेल और चेन्नई सुपरकिंग्स के अनुभवी ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाज माइकल हसी के बीच तगड़ी टक्कर हो रही है। कैप कभी गेल के सिर जाता है तो कभी हसी इसे हथिया लेते हैं। इस रेस में अंत में बाजी कौन मारेगा यह देखना दिलचस्प होगा। आरसीबी और किंग्स इलेवन पंजाब के बीच खेले गए पिछले मैच में पंजाब ने डेविड मिलर की अद्भुत पारी की मदद से आश्चर्यजनक जीत दर्ज की थी। इस जीत ने इस बात को और बल दिया है कि क्रिकेट में और वह भी खासकर टी-20 में पूर्वानुमान नहीं लगाए जा सकता। इसके बावजूद यदि मुझसे पूछा जाए तो मैं गेल पर दांव लगाऊंगा। क्योंकि वह केवल एक पारी में भी अन्य खिलाड़ियों से कोसो आगे निकलने की क्षमता रखते हैं।
अगले साल आईपीएल में नए सिरे से खिलाड़ियों की नीलामी होगी और अभी से यह सवाल उठाए जाने लगे हैं कि क्या दिल्ली की फ्रेंचाइजी वीरेंद्र सहवाग को अपनी टीम में बनाए रखेगी या नहीं। यह सवाल उठाने वालों से मैं यह जरूर कहना चाहूंगा कि वह कुछ ज्यादा जल्दबाजी में हैं। बेशक सहवाग बुरे दौर से गुजर रहे हैं, लेकिन यह बात नहीं भुलाई जानी चाहिए कि दिल्ली ने उन्हें अपना आइकन खिलाड़ी उनके अंतरराष्ट्रीय करियर को देखते हुए बनाया था, न कि आइपीएल के प्रदर्शन पर। नई नीलामी होने में अभी देर है और मुझे उम्मीद है कि तब तक सहवाग का यह बुरा दौर गुजर जाएगा।