उत्तर प्रदेश के चर्चित कुंडा कांड में पूर्व मंत्री राजा भैया की मुश्किलें बढऩे लगी हैं। बृहस्पतिवार को दूसरी बार उनसे लगातार सात घंटे तक पूछताछ चली।
सुबह दस बजे सीबीआई के कैंप कार्यालय पहुंचे राजा भैया शाम पांच बजे तक सीबीआई अफसरों के सवालों के जवाब देते रहे।
दो घंटे तक राजा भैया से अफसरों ने अकेले में पूछताछ की। बाद में डीएसपी जियाउल हक हत्याकांड के चश्मदीद गवाह अरविंद पटेल का बयान दर्ज कराने के बाद उनका सामना राजा भैया से कराया गया।
अरविंद के अलावा राजा भैया के दो करीबियों और दो ग्रामीणों को भी कैंप कार्यालय बुलाया गया। राजा भैया के मोबाइल की कॉल डिटेल के आधार पर ही उनसे पूछताछ की गई।
राजा भैया के सीबीआई कार्यालय पहुंचने से पहले ही सुबह समर्थकों की भीड़ वहां जमा होने लगी थी। उनके करीबियों का मजमा देखते हुए कुंडा पुलिस ने सख्ती शुरू की। लोगों की तलाशी ली जाने लगी।
कार्यालय मार्ग पर आने वाले वाहनों को रोक कर तलाशी ली गई। दोपहर बाद तक राजा भैया कैंप कार्यालय से बाहर नहीं निकले तो अफरा-तफरी का माहौल बन गया। हालांकि पुलिस और पीएसी की तैनाती की वजह से हंगामा नहीं हो सका।
शाम पांच बजे तक राजा भैया से पूछताछ जारी रही। लंबी पूछताछ होने की वजह से एक बार फिर राजा भैया को हिरासत में लिए जाने की अफवाहों ने जोर पकड़ा।
हालांकि सीबीआई अधिकारी इसकी पुष्टि नहीं कर रहे हैं। बता दें कि बुधवार को पहली बार कैंप कार्यालय बुलाए गए राजा भैया से सीबीआई ने 10 घंटे तक पूछताछ की थी।
उनसे डीएसपी जियाउल हक, प्रधान नन्हे और सुरेश की हत्या को लेकर सवाल हुए थे। बाद में एमएलसी अक्षय प्रताप सिंह गोपाल जी, राजा के करीबी हरिओम शंकर श्रीवास्तव, मैनेजर निगम, नन्हे सिंह को बुलाकर राजा भैया का सामना कराया गया था। बलीपुर गांव के करीब सात ग्रामीणों को भी सीबीआई ने बुलाकर राजा भैया के सामने पूछताछ की थी।