कांग्रेस नेता राहुल गांधी पार्टी उपाध्यक्ष बनने के करीब एक महीने के बाद पहली बार राजधानी में देश के शीर्ष उद्योगपतियों के साथ संवाद करेंगे.
वह उद्योगमंडल सीआईआई के सम्मेलन में इस समय नरमी के दौर में फंसी देश की अर्थव्यवस्था को गति देने के संबंध में अपना दृष्टिकोण प्रस्तुत कर सकते हैं.
सीआईआई के इस आयोजन में गांधी को पहली बार भारतीय उद्योग से मुलाकात का मौका मिलेगा.
बयालीस वर्षीय कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल भारतीय उद्योग परिसंघ की वार्षिक बैठक के दूसरे दिन 45 मिनट के एक सत्र को संबोधित करेंगे.
इसमें भारती एयरटेल के प्रमुख सुनील भारती मित्तल, गोदरेज समूह के अध्यक्ष आदि गोदरेज और विप्रो के अध्यक्ष अजीम प्रेमजी मौजूद रहेंगे.
सरकार के साथ काम करें कारोबारी
सीआईआई का वार्षिक अधिवेशन तीन अप्रैल को शुरू हो गया है. इसकी शुरूआत प्रधानमंत्री डा.मनमोहन सिंह ने की.
अपने संबोधन में मनमोहन ने कहा कि 2007 में यह सोच थी कि चाहे सरकार रहे या न रहे, देश का विकास दर 9 फीसदी रहेगा. हालांकि वैश्विक मंदी के दौर में चीजें बदल गईं. अब सरकार की भूमिका अहम हो गई है. ऊंची विकास दर को हासिल करने के लिए सरकार और कारोबारियों को एक साथ आने की जरूरत है.
सीआईआई की वार्षिक बैठकों में विभिन्न राजनेतिक दलों की हस्तियां भाग लेती रही हैं. यह देश के उद्योग जगत और राजनीतिक नेतृत्व के बीच खुली परिचर्चा और संवाद का एक बड़ा अवसर होता है.
कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी पिछले कुछ वर्षों में इस बैठक में दो बार हिस्सा ले चुकी है.
सीआईआई सम्मेलन में विकास दर,खाद्य सुरक्षा और औद्योगीकरण जैसे मुद्दों पर चर्चा हो रही है.
उल्लेखनीय है कि पार्टी उपाध्यक्ष नियुक्त होने के तुरंत बाद राहुल ने ‘एक युवा और अधीर भारत’ की बात की थी जो सरकारी काम-काज, निर्णय प्रक्रिया, प्रशासन और राजनीति में अपनी बड़ी भागीदारी की मांग कर रहा है.
राहुल ने उस समय व्यवस्था में पूरी तरह से परिवर्तन की जरूरत पर बल दिया था ताकि भ्रष्टाचार जैसी बुराई को खत्म किया जा सके.