2जी घोटाले में जेपीसी की रिपोर्ट में पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी का नाम आने और कोयला घोटाले में स्टेटस रिपोर्ट में बदलने को लेकर भाजपा ने सरकार पर हमला बोल दिया है।
इस मुद्दे पर भाजपा सांसदों ने सदन में जमकर हंगामा किया। सदन में हंगामे की वजह से राज्यसभा की कार्यवाही मंगलवार दोपहर 2 बजे और लोकसभा की कार्यवाही 25 अप्रैल तक के लिए स्थगित कर दी गई।
पीएम के इस्तीफे पर अड़ी बीजेपी
2जी घोटाले को लेकर जेपीसी रिपोर्ट में अटल बिहारी वाजपेयी का नाम आने और वित्त मंत्री पी चिदंबरम व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह को बचाने को लेकर भाजपा आक्रामक हो गई है। जेपीसी की रिपोर्ट मीडिया में लीक होने से भाजपा सरकार से खफा है।
राज्यसभा में विपक्ष के उपनेता रविशंकर प्रसाद ने कहा कि कोयला घोटाले में प्रधानमंत्री कार्यालय (पीएमओ) के शामिल होने की बात सामने आई है। ऐसे में पीएम को अपने पद से इस्तीफा दे देना चाहिए।
हालांकि संसदीय कार्यमंत्री कमलनाथ का कहना है कि पीएमओ की इसमें कोई भूमिका नहीं है, ऐसे में पीएम के इस्तीफे का कोई सवाल ही नहीं उठता।
भाजपा का दावा है कि कानून मंत्री अश्विनी कुमार ने दबाव डालकर कोयला आवंटन से संबंधित सीबीआई की सटेटस रिपोर्ट में फेरबदल करवाई। इसलिए अश्विनी कुमार को अपने पद से इस्तीफा देना चाहिए।
भाजपा प्रवक्ता प्रकाश जावड़ेकर ने पत्रकारों से कहा कि मनमोहन सरकार ने पूरे देश को गुमराह किया है। ऐसे में प्रधानमंत्री को कोई कैसे गुमराह कर सकता है। 2जी घोटाले को प्रधानमंत्री कार्यालय अंजाम दिया और ए राजा ने इसे अमलीजामा पहनाया।
इसके अलावा सदन में तृणमूल कांग्रेस ने केंद्रीय फंड में पश्चिम बंगाल की अनदेखी और कुछ दलों ने लद्दाख में चीनी सैनिकों की मौजूदगी को भी लेकर सरकार से जवाब मांगा।
इधर कोयला ब्लॉक आवंटन पर बनी संसद की स्थाई समिति अपनी रिपोर्ट पेश कर सकती है।
सूत्रों का कहना है कि रिपोर्ट के मुताबिक 1993 से 2008 के बीच सभी आवंटन अवैध थे। इन आवंटन में नियमों का सही तरीके से पालन नहीं किया गया था।
समिति ने कोयला आवंटन को लेकर एनडीए और यूपीए सरकार की कोल प्रक्रिया पर भी सवाल उठाया है।