कारोबार

हर सेवा की कीमत वसूलते हैं बैंक

bank-customers-50e203e70fea0_lबैंक से जुड़ने की सबसे पहली प्रक्रिया उसमें खाता खोलना होता है। इसके तहत बचत खाता, आवर्ती खाता, चालू खाता आदि खोले जाते हैं, जिसके आधार पर आपको एटीएम कम डेबिट कार्ड, क्रेडिट कार्ड, चेक बुक आदि की सुविधाएं मिलती हैं।

बैंक में बचत खाता खोलने के लिए न्यूनतम राशि की सीमा भी तय होती है। साथ ही यदि आप उस खाते को मेंटेन नहीं करते हैं, तो उसके बदले में पेनॉल्टी भी देनी पड़ती है, जो कि 350 रुपये प्रति महीने तक है।

बैंक ऑफ इंडिया के वरिष्ठ अधिकारी जगजीत सिंह के अनुसार बैंकों में ऐसे बहुत से खाते हैं, जो कई वर्षों से इस्तेमाल नहीं किए जा रहे हैं। इस तरह के खातों को नॉन ऑपरेटिव खाता कहते हैं।

ग्राहकों के लिए यह बेहद जरूरी है कि वह यदि इन खातों का इस्तेमाल नहीं करना चाहते हैं, तो उसे बैंक शाखा में जाकर बंद करवाएं।

आजकल बैंक ऑनलाइन बैंकिंग और चेक के जरिए रुपये के लेन-देन को प्रोत्साहित कर रहे हैं। ऐसे में ग्राहकों को ऑनलाइन के तहत एनईएफटी और आरटीजीएस सुविधा का इस्तेमाल करने पर एक निश्चित राशि बैंक को चुकानी पड़ती है।

इसी तरह चेक के जरिए किए जाने वाले भुगतान में ग्राहकों को काफी सावधानी बरतनी चाहिए। खास तौर पर इस बात के लिए कि उनके द्वारा जारी किया गया चेक वापस न हो।

यदि चेक वापस आता है, तो इस पर भी ग्राहकों को पेनॉल्टी चुकानी पड़ती है। इसके अलावा आउट स्टेशन चेक पर भी बैंक राशि के आधार पर ग्राहकों से शुल्क लेते हैं। यह शुल्क 25 रुपये से 200 रुपये तक हो सकता है।

कोर बैंकिंग सुविधा शुरू होने के बाद अब उपभोक्ताओं के लिए बैंकिंग सेवा पाने के लिए अपनी शाखा पर निर्भरता कम हो गई है। हालांकि इसके लिए ग्राहकों को दूसरी शाखा के जरिए राशि जमा करने पर खास तौर पर शुल्क देना पड़ता है, जो कि विभिन्न बैंकों में 25 रुपये लेकर 100 रुपये तक है।

होम लोन, ऑटो लोन, एजुकेशन लोन सहित दूसरे कर्ज लेने वाले ग्राहकों के लिए यह बेहद जरूरी है कि वह अपनी ईएमआई का भुगतान सही समय पर करते रहें।

यदि वह ऐसा नहीं करते हैं, तो ग्राहक की साख जहां खराब होती है, वहीं बैंक ईएमआई न क्लीयर होने पर ग्राहक पर पेनॉल्टी भी लगाते हैं। मसलन, भारतीय स्टेट बैंक ईएमआई फेल होने पर 25 रुपये का चार्ज लेता है।

ग्राहकों को बैंक के डेबिट कार्ड और क्रेडिट कार्ड से रेलवे आरक्षण, हवाई टिकट, बस टिकट, होटल बुकिंग, ईंधन भरवाने आदि की सुविधा मिल रही है।

बैंक इन सेवाओं के लिए ग्राहकों से सर्विस चार्ज भी लेते हैं। ऐसे में इन सेवाओं का लाभ लेने के बाद आप अपने बैंक खाते के विवरण में इन सेवाओं के बदले में लिए गए शुल्क की जांच जरूर करें।

इसके अलावा बैंक अपनी परंपरागत सेवाओं जैसे डिमांड ड्रॉफ्ट जारी करना, पासबुक दोबारा जारी करना, दूसरे बैंकों के एटीएम का इस्तेमाल पांच बार से ज्यादा करने पर शुल्क लेने के साथ-साथ, क्रेडिट कार्ड का भुगतान सही समय पर न करने पर ग्राहकों को पेनॉल्टी भी देनी पड़ती है।

इसी तरह यदि आपका बैंक में कोई आवर्ती खाता (रेकरिंग अकाउंट) है, तो उसमें आपको हर महीने में एक निश्चित राशि खाते में जमा करनी होती है।

यदि किसी महीने राशि जमा करना भूल जाते हैं, तो उसके एवज में आपको अगली बार पिछली राशि जमा करने के साथ-साथ उस पर पेनॉल्टी भी देनी पड़ती है।

कुल मिलाकर, यह बेहद जरूरी है कि बैंक ग्राहक विभिन्न सेवाओं के बदले में लिए जा रहे शुल्क की जानकारी अपने स्तर पर भी समय-समय पर बैंक से लेते रहें। ज्यादातर बैंक सेवा शुल्क में बदलाव नए वित्त वर्ष यानी 1 अप्रैल से करते हैं।

NCR Khabar News Desk

एनसीआर खबर.कॉम दिल्ली एनसीआर का प्रतिष्ठित और नं.1 हिंदी समाचार वेब साइट है। एनसीआर खबर.कॉम में हम आपकी राय और सुझावों की कद्र करते हैं। आप अपनी राय,सुझाव और ख़बरें हमें mynews@ncrkhabar.com पर भेज सकते हैं या 09654531723 पर संपर्क कर सकते हैं। आप हमें हमारे फेसबुक पेज पर भी फॉलो कर सकते हैं

Related Articles

Back to top button