जम्मू से एक दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है. चौकीचारा इलाके में सेना का एक जवान घायल अवस्था में मिला.
हैरानी की बात ये है कि उसकी दोनों आंखें निकाल ली गई हैं और उसकी हालत देख कर लगता है कि उसे बुरी तरह से मारा-पीटा गया है.
इस जवान का पहचान पत्र भी गायब है. फिलहाल इसे पास के अस्पताल में भर्ती करवाया गया है.
इस जवान का नाम राकेश दत्ता है और ये किश्तवाड़ इलाके में तैनात था. फरवरी महीने में ये भारत-पाक सीमा से सटे अपने घर छुट्टी पर गया था और 31 मार्च को अपनी यूनिट में वापस जाने के लिए निकला था. लेकिन उसके बाद क्या हुआ ये किसी को पता नहीं है.
अभी ये जवान इस हालत में ही नहीं है कि वो कुछ बोल सके. ऐसे में सेना और पुलिस के आला अधिकारी इसके बयान का इंतजार कर रहे हैं.
हालांकि जानकारों के मुताबिक ये अमानवीय करतूत आतंकवादियों की हो सकती है.
दरअसल चिंता की बात ये है कि इसका पहचान पत्र भी गायब है.
राकेश राजौरी जिले के नौशेरा का रहने वाला है. वह किश्तवाड़ में राष्ट्रीय राइफल्स की 11वीं बटालियन में पदस्थ है. जम्मू में सेना के प्रवक्ता कर्नल आरके पलटा ने बताया कि राकेश ने अपनी छुट्टी 15 दिन और बढ़ाने की अनुमति मांगी थी. इसे मान लिया गया था. घटना को अंजाम देने वाले का फिलहाल पता नहीं चला है. पुलिस को राकेश के होश में आने का इंतजार है.
राहगीरों ने घायल जवान के बारे में पुलिस को बताया. इसके बाद राकेश को अस्पताल पहुंचाया गया. राकेश की तीन साल पहले ही शादी हुई थी. उसकी दो साल की एक बेटी भी है. राकेश का भाई मुकेश भी सेना में है.