पाकिस्तान की जेल में भारतीय कैदी सरबजीत सिंह पर कातिलाना हमले के बाद प्रदेश की सभी और नई दिल्ली की तिहाड़ जेल में सजा काट रहे पाकिस्तानी कैदियों की सुरक्षा को लेकर अलर्ट जारी किया गया है।
ऐहतियाती तौर पर पाकिस्तानी कैदियों को हाई सिक्योरिटी बैरक में रखने के भी निर्देश दिए गए हैं।
पुलिस मुख्यालय से प्रदेश भर की जेलों खासतौर पर मेरठ, आगरा, मुजफ्फरनगर, बुलंदशहर और अलीगढ़ की जेलों में सजा काट रहे पाकिस्तानी कैदियों की सुरक्षा को लेकर चौकसी बरतने के निर्देश दिए गए हैं।
मेरठ रेंज के डीआईजी जेल एके पांडा का कहना है कि पाकिस्तानी कैदियों की सुरक्षा के विशेष इंतजाम के लिए सभी जेल अधीक्षकों को दिशा-निर्देश जारी कर दिए गए हैं।
पांडा का कहना है कि इस समय मेरठ जेल में पाकिस्तान के तीन कैदी हैं, जबकि मुजफ्फरनगर और गाजियाबाद की जेल में एक-एक कैदी है।
मेरठ जेल में नवंबर 2000 से जान मुहम्मद पुत्र मकसूद, जुलाई 2011 से आफताब आलम पुत्र अब्दुल और अगस्त 2011 से कमर पुत्र अमीन बंद है।
वरिष्ठ जेल अधीक्षक एसएचएम रिजवी ने बताया कि तीनों पाकिस्तानी कैदियों की सुरक्षा बढ़ा दी गई है।
मुजफ्फरनगर जेल में कासिम पुत्र मुश्ताक दो साल से बंद है। कराची निवासी कासिम कई साल पहले पाकिस्तानी वीजा पर मुजफ्फरनगर आया था लेकिन वीजा अवधि खत्म होने के बाद वह यहीं छुप गया।
अगस्त 2011 में उसे गिरफ्तार किया गया था। यहां के जेल अधीक्षक चौधरी डॉ. सेवाराम का कहना है कि डीआईजी के आदेश पर कासिम की सुरक्षा बढ़ा दी गई है।
उधर, तिहाड़ जेल में बंद पाकिस्तानी कैदियों की सुरक्षा बढ़ा दी गई है। पाक कैदियों पर जेल में किसी तरह का हमला न हो, इसके लिए जेल अधीक्षक को निर्देश जारी किए गए हैं।
सूत्रों के अनुसार, तिहाड़ जेल के सामान्य वार्ड में बंद पाक कैदियों की सुरक्षा पर विशेष नजर रखी जा रही है।
कैदियों से कहा गया है कि सुरक्षा अधिकारी को सूचित किए बगैर अपने वार्ड से बाहर न निकलें। वहीं जेल के हाई सिक्योरिटी सेल में बंद कैदियों की भी सुरक्षा पर भी नजर रखी जा रही है।
सूत्रों के मुताबिक, पाकिस्तानी कैदियों की सुरक्षा के मुद्दे पर मंगलवार को तिहाड़ के सभी जेल अधीक्षकों की डीजी और डीआईजी के साथ बैठक होगी।