विकिलीक्स ने गांधी परिवार से जुड़ा एक और सनसनीखेज खुलासा किया है। वेबसाइट ने इस बार इंदिरा गांधी के छोटे बेटे संजय गांधी की हत्या के बारे में महत्वपूर्ण जानकारियां दी हैं।
एक अमेरिकी केबल के हवाले से विकिलीक्स ने बताया है कि आपातकाल के दौरान संजय गांधी की तीन बार हत्या करने की कोशिश की गई थी।
संजय गांधी की हत्या की पहली कोशिश यूपी में हुई थी। आपातकाल के दौरान वे उत्तर प्रदेश के दौरे पर थे और उनकी हत्या के लिए एक शक्तिशाली राइफल का इस्तेमाल किया गया था।
इस खबर को अंग्रेजी समाचार पत्र टाइम्स ऑफ इंडिया ने प्रकाशित किया है।
खबर के मुताबिक, सितंबर 1976 में अमेरिकी दूतावास ने बताया था कि सुनियोजित हत्या की साजिश के तहत तात्कालिक प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी के छोटे बेटे एक हमलावर के निशाने पर थे, लेकिन वह साजिश विफल हो गई।
अमेरिकी केबल में एक सूत्र के हवाले से बताया गया है कि 30 या 31 अगस्त को एक हत्यारे ने संजय गांधी पर तीन बार गोली चलाई थी। लेकिन वह बच गए।
इस केबल में भारतीय खुफिया सूत्रों को आधार बनाया गया है।
केबल में कहा गया है कि भारतीय खुफिया एजेंसी के अनुसार, संजय गांधी पर यह हमले की तीसरी कोशिश थी। इसमें आशंका जताई गई थी कि अंत में उन पर हमले का आरोप विरोधी तत्वों पर लगाया जाता।
एक अन्य केबल में बताया गया है कि आपातकाल के पीछे संजय गांधी और इंदिरा गांधी के निजी सचिव आर के धवन जैसे ‘गैर सैद्धांतिक’ अधिकार वाले व्यक्ति का हाथ था, जो प्रधानमंत्री की तात्कालिक शक्तियों को बनाए रखने के लिए कार्य किए।
गौरतलब है कि 23 जून, 1980 को दिल्ली में संजय गांधी की विमान दुर्घटना में मौत हो गई थी। उस समय वह 33 वर्ष के थे।