ऑस्ट्रेलिया के पूर्व कप्तान मार्क टेलर का मानना है कि आईपीएल जैसी महंगी टी-20 लीग से युवा खिलाडि़यों का ध्यान भटकता है जो देश के लिए खेलने की बजाय इस भेड़चाल में शामिल होने में ज्यादा रुचि ले रहे हैं।
टेलर ने कहा कि यदि आईपीएल को देखे तो जितना पैसा इसमें है, उससे ध्यान भटकता है। भले ही टेस्ट क्रिकेट सर्वोपरि है लेकिन मिलियन डॉलर ध्यान भटकाने के लिए काफी है। उन्होंने कहा कि किसी युवा खिलाड़ी को कैसे कहेंगे कि ऑस्ट्रेलियाई टेस्ट टीम में जगह पाना सबसे अहम है। यह उसे कैसे कहें कि आईपीएल के साथ करार ना करें और दो साल अपनी बल्लेबाजी तकनीक पर मेहनत करके टेस्ट टीम में जगह बनाए और 20 लाख डॉलर का मोह छोड़ दें।
टेलर ने कहा कि अपने देश के लिए खेलने से बढ़कर खिलाड़ी का कोई सपना नहीं होता लेकिन मौजूदा हालात में वह आईपीएल करार को तरजीह देंगे। उन्होंने यह भी कहा कि मौजूदा क्रिकेटरों को चिंता की कोई जरूरत नहीं है क्योंकि खेले बिना भी उनकी जबर्दस्त कमाई हो रही है।