बांग्लादेश की राजधानी ढाका में एक आठ मंजिला इमारत के ढहने से कम से कम 70 लोगों की मौत हो गई है और कई लोगों के अब भी मलबे में दबे होने की आशंका है।
सरकारी अधिकारियों ने बताया कि घटना में करीब 200 लोग घायल हुए हैं। मलबे को हटाने का काम ज़ोर-शोर से चल रहा है और इस काम में सेना की भी मदद ली जा रही है।
शहर के बाहरी इलाके सावा में स्थित राना प्लाजा में कपड़ों की एक फैक्ट्री, एक बैंक और कई अन्य दुकानें थीं। इमारत सुबह उस समय गिरी जब वहां काफी भीड़-भाड़ थी।
घटनास्थल के आस-पास बड़ी संख्या में भीड़ जमा है और लोग इमारत में काम करने वाले अपने परिजनों और दोस्तों की तलाश में जुटे हैं।
ढाका में बीबीसी संवाददाता अनबरसन एथिराजन के मुताबिक इमारत गिरने के कारणों का अभी पता नहीं चला है लेकिन स्थानीय मीडिया का कहना है कि इमारत में मंगलवार को एक दरार देखी गई थी।
पुलिस ने स्थानीय मीडिया को बताया कि इमारत का पिछला हिस्सा बुधवार सुबह ढहना शुरू हो गया और देखते ही देखते इमारत ज़मींदोज़ हो गई।
अधिकारियों ने बताया कि इमारत के भूमिगत तल को कोई नुकसान नहीं पहुंचा है। सेना के जवान, दमकल विभाग के कर्मचारी और स्थानीय लोग मलबा हटाने में लगे हुए हैं।
कपड़ों की फैक्ट्री में काम करने वाले एक मजदूर ने एक निजी चैनल सोमोय टीवी से कहा कि मैं फैक्ट्री के कपड़ा काटने वाले खंड में था कि तभी मैंने ज़ोरदार आवाज़ सुनी और कुछ ही मिनटों में इमारत ढह गई।
उन्होंने कहा कि मैंने मलबा हटाया और दो साथियों के साथ बाहर आ गया लेकिन मेरे कम से कम 30 साथी अभी लापता हैं।
बांग्लादेश में इमारतों का गिरना कोई नई बात नहीं है, क्योंकि देश में कई बहुमंजिला इमारतें नियमों की अनदेखी करके बनाई गई हैं।