वाशिंगटन। कोरियाई प्रायद्वीप में स्थिति हर दिन और गंभीर होती जा रही है। लगातार उत्तर कोरिया की नई धमकियां सामने आने के बाद मंगलवार को अमेरिका ने अपना एक युद्धपोत और रडार प्लेटफॉर्म उत्तर कोरिया की समुद्री सीमा के करीब तैनात कर दिया। उत्तर कोरिया ने भी एक और भड़काने वाला कदम उठाते हुए 2007 से बंद परमाणु रिएक्टर शुरू करने की घोषणा की है। इससे वह परमाणु बमों में इस्तेमाल होने वाला संवर्धित यूरेनियम हासिल कर सकेगा।
सीएनएन की रिपोर्ट के मुताबिक अमेरिकी नौसेना का विध्वंसक पोत यूएसएस जॉन एस मैक्केन और रडार एसबीएक्स-1 उत्तर कोरिया के नजदीक पहुंच रहे हैं। इनसे उत्तर कोरियाई सेना की गतिविधियों पर नजर रखी जाएगी। अमेरिका और दक्षिण कोरिया पहले ही क्षेत्र में संयुक्त युद्धाभ्यास कर रहे हैं। अमेरिकी वायुसेना के बी-2, बी-52 और एफ-22 जैसे लड़ाकू विमान इस अभ्यास में हिस्सा ले रहे हैं।
प्योंगयांग में उत्तर कोरिया के परमाणु उर्जा विभाग के प्रवक्ता ने मंगलवार को कहा कि पांच मेगावाट क्षमता का परमाणु संयंत्र फिर शुरू कर दिया गया है। इसकी मदद से हम हर साल एक परमाणु बम बनाने लायक प्लूटोनियम हासिल कर लेंगे। इससे देश में बिजली की किल्लत दूर होगी। उत्तर कोरिया के नजदीकी सहयोगी चीन ने रिएक्टर दोबारा खोलने की घोषणा की निंदा की है। चीन के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता होंग ली ने कहा कि हम कोरियाई प्रायद्वीप को परमाणु मुक्त रखने के लिए प्रतिबद्ध हैं। उत्तर कोरिया को युद्ध भड़काने वाली कार्रवाई से बचना चाहिए। उत्तर कोरिया ने 1986 में यह प्लूटोनियम रिएक्टर शुरू किया था। लेकिन, अंतरराष्ट्रीय समुदाय के दबाव में 2007 में इसे बंद कर दिया गया था।
सामरिक विशेषज्ञों का कहना है कि उत्तर कोरिया को अमेरिका तक मार करने वाली परमाणु मिसाइल बनाने में अभी सालों लग जाएंगे। उत्तर कोरिया की धमकियों को विशेषज्ञ धन हासिल करने की मुहिम करार दे रहे हैं। उनका कहना है कि दबाव की राजनीति बनाकर उत्तर कोरिया विदेशी मदद की मांग करेगा।
बहुत आगे बढ़ चुका है विवाद
संयुक्त राष्ट्र के महासचिव बान की मून ने उत्तर कोरिया से परमाणु हमले की धमकियां देना बंद करने को कहा है। उन्होंने कहा, कोरियाई प्रायद्वीप का तनाव बहुत आगे बढ़ चुका है। सभी को शांत रहने की जरूरत है। यदि संयम नहीं बनाया गया तो तनाव और बढ़ सकता है। उत्तर कोरिया को अंतरराष्ट्रीय समुदाय से लड़ने की कोई जरूरत नहीं है। मैं स्पष्ट करना चाहता हूं कि उत्तर कोरिया पर कोई हमला नहीं करेगा।