अरविंद केजरीवाल शनिवार को शाम पांच बजे अपना उपवास तोड़ेंगे। दिल्ली में बिजली और पानी के बढे़ बिलों के खिलाफ 14 दिनों से अनशन कर रहे केजरीवाल ने बताया कि 6 अप्रैल से उनके आंदोलन का दूसरा चरण शुरू होगा।
केजरीवाल ने कहा, ‘6 अप्रैल से आम आदमी पार्टी के कार्यकर्ता घर-घर जाकर बिजली के बिलों का कटा हुआ कनेक्शन जोड़ेंगे। कार्यकर्ता राजधानी की एक-एक गली में जाकर इस काम को अंजाम देंगे।’
अन्ना ने की थी अनशन तोड़ने की अपील
केजरीवाल ने कहा कि 6 अप्रैल, 1930 में महात्मा गांधी ने नमक कानून तोड़ा था। इसी तरह 6 अप्रैल को आम आदमी पार्टी के आंदोलन का दूसरा चरण शुरू होगा।
उल्लेखनीय है कि समाजसेवी अन्ना हजारे ने अरविंद केजरीवाल से अपना अनशन खत्म करने की अपील की थी।
सेहत सामान्य, कमाल नेचुरोपैथी का
अरविंद केजरीवाल की सेहत पर नजर रखने वाले चिकित्सकों का कहना है कि बेशक उपवास लंबा है लेकिन प्राकृतिक दिनचर्या का पालन करने से उनकी सेहत सामान्य है।
अरविंद सुबह करीब छह बजे जग जाते हैं। उनके दिन की शुरुआत योग और ध्यान से होती है। इसके बाद अरविंद करीब तीस मिनट सूर्य की रोशनी में बैठते हैं। शाम चार बजे के करीब वह मंच पर आते हैं।
बेहद जरूरी होने पर वह पांच से दस मिनट के बीच बोलते हैं। आहार के रूप में 24 घंटे के भीतर आठ से दस लीटर पानी का सेवन करते हैं।
दो बार जांच के अलावा एक नेचुरोपैथी और तीन एलोपैथी चिकित्सक की दिनभर की निगरानी में अरविंद उपवास कर रहे हैं।
उपवास तोड़ने की ये तो वजह नहीं?
राजनीतिक जानकारों की मानें तो केजरीवाल का अनशन तोड़ने की दूसरी कई वजहें भी हैं। साल के आखिर में दिल्ली विधानसभा का चुनाव है। पार्टी इससे राजनीतिक सफर शुरू करने की तैयारी में है।
उम्मीदवारों का नाम तय करने के साथ टीम अरविंद को दूसरे कई काम करने हैं, मौजूदा आंदोलन से फिलहाल जिन्हें रोक दिया गया है। ऐसे में लंबा उपवास अरविंद का शरीर तोड़ सकता है।