मां के नाम अनेक हैं और उनके नामों के अनुरूप उनके शक्तिपीठ भी कदम कदम पर मिल जाते हैं, कहीं मां दुर्गा के रूप में विराजमान है तो कहीं विजयासन देवी के रूप में, कहीं वह शारदा है तो कहीं काली के रूप में भक्तो का उद्धार कर रही है।
मां के महान शक्तिपीठों में से एक शक्तिपीठ राजस्थान के हनुमानगढ़ जिले में स्थित है, यह एक प्राचीन शक्तिपीठ है और इसे भद्रकाली के नाम से जाना जाता है, यहां मां अपने तामसी स्वरुप में विराजमान है और सैकड़ों वर्षों से आस्था के पुजारियों का केंद्र बना है।
प्रति शनिवार मां के इस मंदिर में भक्तों की लम्बी कतारें देखना आम बात है, लेकिन चैत्र नवरात की अष्टमी और नवमी तिथि को इस मंदिर में राजस्थान के साथ-साथ हजारों की संख्या में हरियाणा, पंजाब के भक्तों का भी तांता लगा रहता है।मां का यह मंदिर सांप्रदायिक सौहार्द की अद्भुत मिसाल है।