वित्त मंत्री पी. चिदंबरम ने कहा है कि निवेशकों के लिये नियमों को और उदार बनाया जाएगा.
वित्त मंत्री ने शनिवार को कहा कि सरकार अर्थव्यवस्था को फिर से उच्च वृद्धि के रास्ते पर लाने के लिये ‘‘लगातार और दृढ़ता’’ के साथ सुधार प्रक्रिया के अगले चरण की तरफ बढ़ रही है.
चिदंबरम ने शनिवार 23 मार्च को दिल्ली में राष्ट्रीय संपादकों के सम्मेलन का उद्घाटन कर रहे थे. उन्होंने कहा कि आर्थिक सुधार निरंतर आगे बढ़ने वाली प्रक्रिया है. सरकार ने हाल ही में अनेक क्षेत्रों में प्रत्यक्ष विदेशी निवेश को उदार बनाने के साथ ही और कई उपाय किये हैं.
चिदंबरम ने कहा कि सरकार ने सुधारों को आगे बढ़ाने और राजकोषीय सुदृढ़ीकरण की दिशा में काफी रास्ता तय किया है.
विदेशी संस्थागत निवेशकों (एफआईआई) के लिये निवेश नियमों को और सरल बनाया गया है.
वित्त मंत्री ने कहा कि विदेशी संस्थागत निवेशकों (एफआईआई) के लिये निवेश नियमों को और सरल बनाया गया है. उनके लिये सरकारी प्रतिभूतियों और कंपनी क्षेत्र के रिणपत्रों में निवेश नियमों को उदार बनाया गया है.
उन्होंने कहा ‘‘एक अप्रैल, 2013 से एफआईआई निवेश के लिये मौजूदा अलग अलग श्रेणियों में निवेश के बजाय केवल दो व्यापक श्रेणियों में निवेश की सुविधा होगी. एक श्रेणी सरकारी प्रतिभूतियों में निवेश की होगी जिसे पांच अरब डॉलर बढ़ाकर 25 अरब डॉलर कर दिया गया है और दूसरी श्रेणी कॉर्पोरेट बॉंड की होगी इसमें भी इतनी ही वृद्धि कर इसकी सीमा 51 अरब डॉलर कर दी गई है.’’
चिदंबरम ने आने वाले दिनों में आर्थिक सुधारों की दिशा में और कदम उठाये जाने का वादा करते हुये कहा कि सरकार लगातार और दृढता के साथ अगली पीढ़ी के सुधारों की दिशा में आगे बढ़ रही है
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