दिल्ली गैंगरेप के मुख्य अभियुक्त राम सिंह की खुदकुशी पर पीड़िता के भाई ने कहा है कि वह इस खबर से उदास नहीं है। उन्होंने कहा, ‘राम सिंह को मालूम था कि वह किसी भी स्थिति में बचने वाला नहीं है, क्योंकि हमारा केस काफी मजबूत था।’
पीड़िता के भाई ने कहा कि राम सिंह द्वारा आत्महत्या करने से कोई खास संतोष नहीं हुआ क्योंकि वह भारतीय कानून के तहत उसको सार्वजनिक तरीके से फांसी दिए जाने का पक्षधर था। एक दरिंदे का अंत हुआ और मुझे उम्मीद है कि शेष आरोपियों को भी जल्द ही मृत्युदंड दिया जाएगा।
‘सीबीआई करे राम सिंह की खुदकुशी की जांच‘
वहीं राम सिंह के पिता मांगे लाल ने कहा कि उसके बेटे की हत्या की गई है। यह खुदकुशी नहीं है। हत्या के बाद उसके कपड़े फाड़ दिए गए।
मांगे लाल ने जोर देकर कहा, ‘पहले उसकी हत्या की गई, फिर उसे फांसी का शक्ल दिया गया। मुझे पक्का यकीन है कि किसी ने उसकी जान ली है। जब वह अपनी जख्मी हाथ घुमा नहीं सकता तो फिर आत्महत्या कैसे कर सकता है। शव का पोस्टमार्टम मेरे सामने होना चाहिए’।
उन्होंने कहा कि पहले भी तिहाड़ जेल में मारपीट होती रही है। मांगे लाल ने मामले की जांच सीबीआई से कराने की मांग की। हालांकि मांगे लाल ने माना कि दिल्ली गैंगरेप की घटना से वह बेहद शर्मिंदा है।
राम सिंह ने जेल में ही फांसी लगाई
उल्लेखनीय है कि दिल्ली गैंगरेप मामले के मुख्य आरोपी राम सिंह ने तिहाड़ जेल नंबर-3 में सोमवार सुबह करीब पांच बजे खुद को फांसी लगा ली। इस घटना के बाद बाकी चार आरोपियों की सुरक्षा बढ़ा दी गई है। गृह मंत्रालय ने 24 घंटे के भीतर तिहाड़ जेल प्रशासन से राम सिंह की खुदकुशी की रिपोर्ट मांगी है।दिल्ली गैंगरेप के मुख्य अभियुक्त राम सिंह की खुदकुशी पर पीड़िता के भाई ने कहा है कि वह इस खबर से उदास नहीं है। उन्होंने कहा, ‘राम सिंह को मालूम था कि वह किसी भी स्थिति में बचने वाला नहीं है, क्योंकि हमारा केस काफी मजबूत था।’
पीड़िता के भाई ने कहा कि राम सिंह द्वारा आत्महत्या करने से कोई खास संतोष नहीं हुआ क्योंकि वह भारतीय कानून के तहत उसको सार्वजनिक तरीके से फांसी दिए जाने का पक्षधर था। एक दरिंदे का अंत हुआ और मुझे उम्मीद है कि शेष आरोपियों को भी जल्द ही मृत्युदंड दिया जाएगा।
‘सीबीआई करे राम सिंह की खुदकुशी की जांच‘
वहीं राम सिंह के पिता मांगे लाल ने कहा कि उसके बेटे की हत्या की गई है। यह खुदकुशी नहीं है। हत्या के बाद उसके कपड़े फाड़ दिए गए।
मांगे लाल ने जोर देकर कहा, ‘पहले उसकी हत्या की गई, फिर उसे फांसी का शक्ल दिया गया। मुझे पक्का यकीन है कि किसी ने उसकी जान ली है। जब वह अपनी जख्मी हाथ घुमा नहीं सकता तो फिर आत्महत्या कैसे कर सकता है। शव का पोस्टमार्टम मेरे सामने होना चाहिए’।
उन्होंने कहा कि पहले भी तिहाड़ जेल में मारपीट होती रही है। मांगे लाल ने मामले की जांच सीबीआई से कराने की मांग की। हालांकि मांगे लाल ने माना कि दिल्ली गैंगरेप की घटना से वह बेहद शर्मिंदा है।
राम सिंह ने जेल में ही फांसी लगाई
उल्लेखनीय है कि दिल्ली गैंगरेप मामले के मुख्य आरोपी राम सिंह ने तिहाड़ जेल नंबर-3 में सोमवार सुबह करीब पांच बजे खुद को फांसी लगा ली। इस घटना के बाद बाकी चार आरोपियों की सुरक्षा बढ़ा दी गई है। गृह मंत्रालय ने 24 घंटे के भीतर तिहाड़ जेल प्रशासन से राम सिंह की खुदकुशी की रिपोर्ट मांगी है।