केंद्रीय ग्रामीण विकास मंत्री जयराम रमेश ने मध्य प्रदेश में महात्मा गांधी रोजगार गारंटी योजना (मनरेगा) में हुई गड़बड़ी की जांच कराने की बात कही। उन्होंने कहा कि अलीराजपुर, धार और बड़वानी जिलों में मनरेगा योजना के संचालन को लेकर भारी गड़बड़ियों की शिकायतें मिली हैं। इन शिकायतों की भारत सरकार द्वारा विशेष दल भेजकर विस्तृत जांच कराई जाएगी।
केंद्रीय मंत्री राज्य के दो दिवसीय दौरे पर हैं। उन्होंने दौरे के पहले दिन शुक्रवार को जनजातीय बहुल झाबुआ में आयोजित सभा को संबोधित करते हुए यह बातें कही। साथ ही उन्होंने कैश सब्सिडी योजना का विरोध करने पर भी भाजपा पर हमला बोला।
जयराम रमेश ने कहा कि दलाल अपने निहित स्वार्थों के लिए कैश सब्सिडी योजना को विफल करने की कितनी ही कोशिश करें लेकिन केंद्र की यूपीए सरकार अपनी इस क्रांतिकारी योजना को लागू कराकर रहेगी। उन्होंने आगे कहा कि दलालों द्वारा केंद्र की जनहितैशी योजनाओं में गड़बड़ी कर लोगों के हितों को ठेस पहुंचाने से हर कीमत पर रोका जाएगा।
रमेश ने मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान की कार्यशैली पर कटाक्ष करते हुए कहा कि जब वे दिल्ली आते हैं तो कहते हैं कि और अधिकार दो। लेकिन वे जब प्रदेश की राजधानी लौटतें हैं तो सरपंचों के अधिकार छीन लेते हैं। मुख्यमंत्री अपने दिल पर हाथ रखकर कहें कि वे जितना पैसा मांगते हैं, उनको केंद्र से उतना पैसा मिलता है या नहीं। फिर वह पैसा न मिलने की बार-बार शिकायत आखिर क्यों करते हैं।
ग्रामीण विकास मंत्री ने यह घोषणा भी कि आदिवासी क्षेत्रों में 250 और उससे अधिक जनसंख्या वाले गांवों और फलियों को प्रधान मंत्री ग्रामीण सड़क योजना के अंतर्गत सड़कों से जोड़ा जाएगा। इसके लिए राज्य सरकार से प्रस्ताव प्राप्त कर केंद्र सरकार आवश्यक राशि उपलब्ध कराएगी। जयराम रमेश मध्य प्रदेश के अलीराजपुर, झाबुआ, धार और रतलाम जिले में ग्रामीण विकास मंत्रालय की विभिन्न योजनाओं के क्रियान्वयन का जायजा लेने के लिए दो दिवसीय दौरे पर आए हैं।