आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल शनिवार से बिजली-पानी की दरों को लेकर अनिश्चितकालीन उपवास पर बैठेंगे.
इस बार वह सत्याग्रह जंतर-मंतर या रामलीला मैदान में नहीं, बल्कि सुंदर नगरी (पूर्वी-उत्तरी दिल्ली) स्थित एक मकान में करेंगे, जिसकी मालकिन ने लोन लेकर बिजली का बिल अदा किया है.
उधर, आप के कार्यकर्ता भी दिल्ली के 272 वाडरे में कार्यालय खोलकर शनिवार से वहां सत्याग्रह शुरू कर रहे हैं. सत्याग्रह के दौरान हस्ताक्षर अभियान भी चलाया जाएगा.
सितम्बर महीने से जनता से बिजली-पानी का बिल नहीं जमा कराने की अपील कर रहे अरविंद केजरीवाल ने अब भूख हड़ताल कर दिल्लीवासियों को जागरूक करने का बीड़ा उठाया है. शुक्रवार को केजरीवाल ने संवाददाता सम्मेलन में एक बार फिर दिल्ली सरकार पर जनता के हितों को दरकिनार करने का आरोप लगाया.
केजरीवाल ने कहा कि वह सुंदर नगरी स्थित एसडीएम कार्यालय के पास एक घर में उपवास पर बैठेंगे और पूरी दिल्ली के सभी निगम वार्डों में उनके स्थानीय साथी धरना देंगे. उन्होंने बताया कि ये स्थानीय साथी घर-घर जाकर इस मुद्दे पर लोगों से बात करेंगे और उनसे आंदोलन में शामिल होने की अपील करेंगे.
आंदोलन के दौरान दिल्ली के आम नागरिकों से मुख्यमंत्री शीला दीक्षित के नाम एक चिट्ठी पर हस्ताक्षर भी कराए जाएंगे. शहीदी दिवस के मौके पर शुरू हो रहे केजरीवाल के सत्याग्रह को समर्थन देने के लिए शुक्रवार को शहीद भगत सिंह के छोटे भाई कुलदीप सिंह के नाती भी संवाददाता सम्मेलन में पहुंचे.