हिंदू युवा वाहिनी के जिलाध्यक्ष रामबाबू गुप्त की हत्या के बाद हुए उपद्रव और बिगड़े हालात को काबू में करने के लिए टांडा नगर क्षेत्र में सोमवार दोपहर दो बजे से अनिश्चितकालीन कर्फ्यू लगा दिया गया है।
रविवार देर रात शुरू हुई आगजनी और फायरिंग सोमवार को भी जारी रही, इसमें दो पुलिसकर्मियों समेत आधा दर्जन से अधिक लोग घायल हो गए। 24 घंटे के भीतर उपद्रवियों ने 28 दुकानें व घर और करीब दर्जनभर वाहनों में आग लगा दी।
योगी आदित्य नाथ पर भी है नजर
टांडा में हिंदु युवा वाहिनी के जिलाध्यक्ष की हत्या के बाद पुलिस सांसद योगी आदित्य नाथ पर भी नजर रख रही है। अंबेडकरनगर के बजाए यहां भी उनसे संबंधित किसी भी जानकारी की टोह ली जा रही है।
माना जा रहा है कि सांसद योगी आदित्य नाथ घटना के बाद अचानक टांडा के लिए कूच कर सकते हैं। इसके मद्देनजर खुफिया को भी सक्रिय किया गया है। उनकी लोकेशन की खबर रखी जा रही है।
पूर्व भाजपा सांसद वेदांती को पुलिस ने रोका
टांडा कूच कर रहे पूर्व भाजपा सांसद डॉ. वेदांती को अयोध्या बाईपास पर ही रोक लिया गया और वापस लाकर घर में अघोषित रूप से नजरबंद कर दिया गया। हालांकि पुलिस ने नजरबंद करने से साफ इनकार किया है।
विहिप, संत-धर्माचार्यों और भाजपा ने घटना पर कड़ा आक्रोश जाहिर किया है। बजरंग दल ने मुख्यमंत्री अखिलेश यादव का पुतला फूंका तो हिंदू महासंघ ने सिटी मजिस्ट्रेट को ज्ञापन सौंप हत्यारों की गिरफ्तारी की मांग रखी है। संगठनों ने कहा कि यदि जल्द गिरफ्तारी नहीं हुई तो आंदोलन किया जाएगा।
हालात बेकाबू होते देख प्रशासन ने कर्फ्यू लगा दिया और उपद्रवियों को देखते ही गोली मारने का आदेश जारी कर दिया। वहीं इस मामले में अलीगंज एसओ को निलंबित कर दिया गया। पुलिस ने 24 लोगों को हिरासत में लिया गया है।
रविवार देर शाम हिंदू नेता की हुई हत्या के बाद टांडा नगर क्षेत्र में सोमवार सवेरे से अघोषित कर्फ्यू का माहौल था। इसी बीच हिंदू नेता के शव को कड़ी सुरक्षा के बीच पोस्टमार्टम के लिए अकबरपुर भेजा गया।
नगर में तमाम स्कूल, निजी प्रतिष्ठान और दुकानें बंद रहीं। नगर में चारों तरफ पुलिसकर्मी ही नजर आ रहे थे। दोपहर तक पूरे नगर में माहौल लगभग शांत रहा लेकिन पोस्टमार्टम के बाद जब हिंदू नेताओं व कार्यकर्ताओं के बड़े जुलूस के बीच रामबाबू का शव टांडा पहुंचा तो माहौल फिर बेकाबू हो गया।
इस दौरान जुलूस के साथ भारी पुलिस बल मौजूद था। शव जब रामबाबू के आवास पर पहुंचा, तो वहां भगदड़ मच गई। फवाह के बाद दो पक्षों में पथराव शुरू हो गया। अचानक हुई इस पत्थरबाजी में कई लोग घायल हो गए, इनमें कई मीडियाकर्मी भी हैं।