बार काउंसिल ऑफ उत्तर प्रदेश के कार्यक्रम में पहुंचे मुख्यमंत्री अखिलेश यादव के चेहरे पर सियासी बयानबाजी को लेकर उभरी तल्खी साफ नजर आई।
आमतौर पर हंसमुख दिखने वाले अखिलेश के चेहरे पर बेनी प्रसाद वर्मा के बयानों को लेकर तनाव दिखा।
कार्यक्रम के बाद मीडिया के सवालों का जवाब देते हुए अखिलेश ने कहा कि जिन लोगों को विधानसभा चुनाव में पांच हजार वोट नहीं मिले, वह भी बयानबाजी कर रहे हैं।
बेनी के बयान ‘सपा केवल चार सीटें ही जीतेगी’, पर अखिलेश ने कहा कि यह चुनाव बताएगा कौन कितने पानी में है।
जनता करेगी फैसला
जनता सपा सरकार का काम देख रही है। कांग्रेस और दूसरे दलों की नीतियां तथा कार्यक्रम भी लोगों के सामने हैं। जनता ही सही गलत का फैसला करेगी।
एनडीए की ओर सपा के बढ़ते झुकाव के सवाल पर अखिलेश ने कहा कि सपा सेक्युलर सरकार के पक्ष में है। साम्प्रदायिक ताकतों के पक्ष में वह कभी नहीं रहे।
सीएम ने संभावना जताई कि लोक सभा चुनाव नवंबर तक हो सकते हैं। कहा कि देश में जिस तरह के सियासी हालात बन रहे हैं उससे यही लगता है कि चुनाव जल्द होंगे।
सीबीआई से डर नहीं
सीबीआई के डर से यूपीए को समर्थन देने की बात को अखिलेश ने नकार दिया। कहा कि हम सीबीआई से डरे नहीं हैं।
हालांकि उन्होंने यह जोड़ा कि कांग्रेस से जो लड़ता है, सीबीआई उसके पीछे पड़ जाती है। सूबे में कानून-व्यवस्था के मुद्दे पर मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार लगातार सख्त कार्रवाई कर रही है। दावा किया कि कानून-व्यवस्था की समीक्षा सिर्फ यूपी में की जा रही है बाकी राज्यों में नहीं।