
प्रतापगढ़ में मारे गए सीओ जिया उल हक ने मारे गए प्रधान नन्हे यादव के बेटे योगेंद्र उर्फ बबलू और भाई कोसीबीआई टीम ने पूछताछ के लिए हिरासत में ले लिया है। सूत्रों के अनुसार एफआईआर दर्ज करने के बाद से ही सीबीआई लगातार जिया उल हक की गायब पिस्टल की तलाश कर रही है। इस संबंध में उसने गांव के लोगों कोनोटिस भी दिया है कि वे अपने लाइसेंसी असलहे जमा कराएं। सूत्रों के अनुसार सीबीआई को शक है कि योगेंद्र उर्फ बबलू को गायब पिस्टल की जानकारी है, इसी संबंध में गुरुवार को इलाहाबाद में भी सीबीआई की टीम ने दौरा किया था। बबलू सीओ जियाउल हक की हत्या में नामजद है। बबलू के गिरफ्त में आने के बाद अब सीओ हत्याकांड का जल्द खुलासा होने की उम्मीद है।
काबिले गौर है कि डीएसपी जिया उल हक के घर में दूसरी बार कलह के आसार नजर आ रहे हैं। इससे पहले नौकरी को लेकर डीएसपी के भाई ने अपनी आपत्ति दर्ज कराई थी। उस वक्त परवीन आजाद ने प्रशासन को मृतक आश्रितों को नौकरी देने के लिए जो लिस्ट भेजी थी, उसमें अपने मायके के लोगों का भी नाम जोड़ दिया था।