नई दिल्ली। केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बार्ड (सीबीएसई) की परीक्षाएं एक मार्च (कल) से शुरू हो रही हैं। इस बार परीक्षार्थियों की संख्या में भी काफी इजाफा हुआ है। देश भर में दसवीं और बारहवीं में 22 लाख 1237 छाञ परीक्षा देंगे। छात्रों की संख्या को देखते हुए इस बार परीक्षा केंद्र भी बढ़ाए गए हैं। दसवीं के के लिए देशभर में 2992, जबकि बारहवीं के लिए 2825 परीक्षा केंद्र बनाए गए हैं।
दसवीं में यह बढ़ोत्तरी बीते साल के मुकाबले 6.7 फीसदी और बारहवीं में 15.51 फीसदी रही है। अगर दिल्ली की बात करें तो यहां दसवीं में 3 लाख 18 हजार 536 परीक्षार्थी और 12 वीं में 2 लाख 6 हजार 882 परीक्षार्थी परीक्षा देंगे। राजधानी में छाञों के लिए 564 परीक्षा केंद्र बनाए गए हैं। जिन छात्रों को अभी तक एडमिट कार्ड नहीं मिले हैं, वे रोल नंबर के आधार पर इसे ऑनलाइन निकाल सकते हैं।
सीबीएसई की परीक्षाएं एक मार्च से शुरू होकर 17 अप्रैल तक चलेंगी। सीबीएसई ने छाञों को भय और तनावमुक्त होकर में परीक्षाएं देने की सलाह दी है। कल 12 वीं के छाञों का अंग्रेजी का पेपर (देखें 12 की डेटशीट) है, जबकि दसवीं के छाञ पेंटिंग की परीक्षा देंगे। (10वीं की डेटशीट)
सीबीएसई ने बोर्ड परीक्षार्थियों के लिए कंपार्टमेंट और इंप्रूवमेंट के मौके घटा दिए हैं। यह व्यवस्था 2013 की बोर्ड परीक्षा से लागू होगी। अभी तक सीबीएसई के बारहवीं के छात्रों को कंपार्टमेंट के लिए पांच मौके मिलते थे, जिसे घटाकर तीन कर दिया गया है।
इसी तरह दसवीं में अंक सुधारने के लिए इंप्रूवमेंट परीक्षा में शामिल होने के मौकों को भी घटाकर एक कर दिया गया है। इससे पहले छात्रों को पांच मौके मिलते थे। बोर्ड का यह नया नियम 2012 या उससे पहले परीक्षा में शामिल छात्रों पर लागू नहीं होगा।
सीबीएसई काउंसलर गीतांजलि कुमार ने छाञों को सलाह देते हुए कहा है कि सबसे पहले तो छाञ परीक्षाओं का तनाव ना लें। वह तनावमुक्त होकर परीक्षाओं की तैयारियों में जुटे रहें। खास तौर पर उन्हें विषय के बारे में जितना पढ़ाया गया हैं, वह उसी पर फोकस करें। वह उसी सिलेबस को रिवाइज करें। इसके अतिरिक्त अलग से कुछ पढ़ने की कोशिश न करें।