वित्तमंत्री पी चिदंबरम ने बुधवार को संसद में आर्थिक सर्वेक्षण पेश किया। सर्वेक्षण में देश में आर्थिक मंदी खत्म होने ओर अर्थव्यवस्था में सुधार होने की उम्मीद जताई गई है। हालांकि वित्तमंत्री ने वित्तीय घाटे को काबू करने के लिए डीजल और पेट्रोल की कीमतो को बढ़ाने पर भी जोर दिया है।
आज पेश सर्वे में सरकार ने अर्थव्यवस्था में छाई आर्थिक मंदी के खत्म होने की उम्मीद जताते हुए आगामी वित्त वर्ष में सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) के 6.1 से 6.7 प्रतिशत रहने अनुमान व्यक्त किया है।
लोकसभा में आज वित्त वर्ष 2012-13 के आर्थिक सर्वेक्षण को पेश करते हुए वित्त मंत्री पी चिदंबरम ने आशा जताई कि देश मंदी के दौर से जल्दी ही बाहर निकलेगा और आगामी वित्त वर्ष में 2012-13 के पांच प्रतिशत की तुलना में 6.1 से 6.7 प्रतिशत की रफ्तार से दौड़ेगा।
सर्वेक्षण में महंगाई के नरम पड़ने से ब्याज दरों में कटौती के साथ साथ वित्तीय घाटे को काबू में रखने के लिए डीजल और पेट्रोल की कीमतों को बढ़ाने पर जोर दिया गया है।
चिदंबरम ने कहा कि देश ने वैश्विक वित्तीय संकट की चुनौती का डटकर मुकाबला किया और सरकार के उपायों के चलते अर्थव्यवस्था फिर से पटरी पर लौटने की तरफ अग्रसर है।
वर्ष 2009-10 में हमारी अर्थव्यवस्था क्रमश: 8.6 प्रतिशत और 9.3 प्रतिशत की दर से बढी़ लेकिन बाद के दो वर्षों में बाहरी एवं घरेलू कारको से अर्थव्यवस्था मंदी के दौर में रही। चालू वित्त वर्ष के दौरान इसके पिछले एक दशक के न्यूनतम स्तर पांच प्रतिशत पर आने का अनुमान है।
वित्त मंत्री ने उम्मीद जताई कि इस वर्ष वैश्विक अर्थव्यवस्था में सुधार होगा। सरकार के उपायों के चलते 2013-14 के दौरान घरेलू अर्थव्यवस्था में सुधार लाने में मदद मिलेगी। – See more at: http://www.amarujala.com/news/samachar/business/news-union-budget-2013/6-1-to-6-7-per-cent-growth-rate-for-2013-14-says-economic-survey/#sthash.l0ZfjFIv.dpuf