लखनऊ. क्या आप जानते हैं कि प्रदेश में बसपा सरकार के समय सरकार के ही एक मंत्री ऐसे थे, जिनके पास एक दो नहीं, बल्कि पूरी 72 गाड़ियों का काफिला था। यह जानकारी विधानसभा में बुधवार को प्रश्न प्रहर में राज्य के कद्दावर मंत्री शिवपाल सिंह यादव ने दी। हालांकि बसपा के रामवीर उपाध्याय ने इसका प्रतिवाद किया और कहा कि क्या सरकार इन गाड़ियों के नंबरों की सूची देगी? इस पर सदन में मौजूद मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने कहा कि पहले आपको पूर्ववर्ती सरकार की मुख्यमंत्री के पास मौजूद रही गाड़ियों की सूची भिजवा देता हूं। आप वाली गाडि़यों की सूची बाद में भेज दूंगा। मुख्यमंत्री के इतना कहते ही सदन में ठहाके गूंज पड़े।
कांग्रेस के प्रमोद तिवारी ने विधायकों को दस गांवों के विद्युतीकरण की संस्तुति का अधिकार देने की मांग पर मुख्यमंत्री से कहा कि अगर आप दायें-बायें नहीं देखेंगे तो जरूर इस बात की घोषणा कर देंगे। इस पर आजम खां और शिवपाल सिंह यादव दोनों ही मुस्करा दिए। अध्यक्ष माता प्रसाद पांडेय बोले क्यों बालू से तेल निकालने की कोशिश कर रहे हैं? इसी बीच एक मंत्री शंखलाल मांझी जाम में फंसकर लेट होने के बाद विधानसभा पहुंचे तो नेता विरोधी दल स्वामी प्रसाद मौर्य ने कटाक्ष किया कि पूरी सरकार ही जाम में फंसी है। ऐसे में वह उप्र की जनता का मार्ग कैसे प्रशस्त करेगी?
इस बात पर संसदीय कार्यमंत्री आजम खां ने पलटवार करते हुए कहा कि वह सरकार नहीं है जिसमें तानाशाह की गाड़ी चलती थी तो सारे रास्ते रोक दिए जाते थे। सड़कें धोई जातीं थीं, खुशबू बिखेरी जाती थी। अब तो आपकी भी गाड़ी भी रुका करेगी। जनता के साथ ही आपको चलना होगा। कटोरा लेकर घूमते हैं विधायक रालोद के दलबीर चौधरी ने विधायकों की संस्तुति पर गांवों के विद्युतीकरण की मांग का समर्थन करते हुए यह तक कह डाला कि विधायक भिखारियों की तरह कटोरा लेकर घूमते हैं अगर वह क्षेत्र में बिजली, पानी, सड़क भी व्यवस्था नहीं करा पाए तो शर्म की बात है।